RBI Financial Priorities 2024 – वित्तीय समावेशन, साइबर सुरक्षा और स्थायी विकास के लिए 5 महत्वपूर्ण कदम

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने ग्लोबल फिनटेक फेस्टिवल 2024 में भारत के वित्तीय भविष्य को सुदृढ़ करने के लिए पाँच प्राथमिकताओं का खाका प्रस्तुत किया है। इस योजना का उद्देश्य भारत को एक वैश्विक आर्थिक शक्ति के रूप में स्थापित करना है। इसमें वित्तीय समावेशन, डिजिटल अवसंरचना, साइबर सुरक्षा, सतत वित्त, और वित्तीय अवसंरचना को मजबूत बनाने के प्रयास शामिल हैं। ये सभी पहल न केवल भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करेंगी बल्कि भारतीय नागरिकों को भी वित्तीय सेवाओं की सुलभता प्रदान करेंगी। इस लेख में हम विस्तार से समझेंगे कि “RBI Financial Priorities 2024” के तहत ये पांच लक्ष्य क्या हैं और कैसे देश के आर्थिक विकास को दिशा देंगे।

RBI Financial Priorities 2024

1. RBI Financial Priorities 2024 में वित्तीय समावेशन की भूमिका

PM जन धन योजना

“RBI Financial Priorities 2024” में सबसे महत्वपूर्ण पहलू वित्तीय समावेशन का है। वित्तीय समावेशन का अर्थ है उन लोगों तक वित्तीय सेवाओं की पहुंच बनाना, जो अभी तक बैंकिंग व्यवस्था से दूर हैं।

  • PM जन धन योजना (PMJDY) की भूमिका: वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए RBI ने प्रधानमंत्री जन धन योजना (PMJDY) को प्राथमिकता दी है, जिसके तहत 53 करोड़ से अधिक बैंक खाते खोले गए हैं। इसमें से 66% खाते ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में खोले गए हैं, और लगभग 55% लाभार्थी महिलाएं हैं।
  • फिनटेक का योगदान: आने वाले वर्षों में फिनटेक का महत्व और बढ़ेगा, क्योंकि फिनटेक कंपनियां तकनीकी समाधान प्रस्तुत करती हैं जो दूर-दराज के क्षेत्रों में भी वित्तीय सेवाओं को सुलभ बनाते हैं। “RBI Financial Priorities 2024” के अनुसार, फिनटेक कंपनियों को ग्रामीण क्षेत्रों में वित्तीय सेवाओं की पहुंच बढ़ाने में सहयोग करने का निर्देश दिया गया है।

2. Digital Public Infrastructure का विकास: RBI Financial Priorities 2024 का दूसरा स्तंभ

upi, digital transaction

“RBI Financial Priorities 2024” के तहत, डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना (DPI) को बढ़ावा देना दूसरी प्रमुख प्राथमिकता है। भारत की डिजिटल क्रांति में डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना का योगदान सराहनीय रहा है।

  • UPI और JAM की सफलता: डिजिटल भुगतान को सहज बनाने के लिए RBI ने यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) और JAM (जन धन-आधार-मोबाइल) जैसे प्रयासों को सशक्त किया है। इससे न केवल भारतीय नागरिकों के लिए भुगतान करना आसान हुआ है, बल्कि यह प्रणाली अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपने पैर पसार रही है।
  • ULI का शुभारंभ: RBI जल्द ही यूनिक लेंडिंग इंटरफेस (ULI) प्रोजेक्ट को पूर्ण रूप से लागू करने की योजना बना रहा है। यह प्रणाली वित्तीय लेन-देन में अधिक पारदर्शिता लाएगी और लोगों को आसानी से कर्ज प्राप्त करने में सहायक होगी। UPI, JAM, और ULI मिलकर भारत के वित्तीय ढांचे को सुदृढ़ बना रहे हैं।
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3. Cybersecurity को मजबूत करना: RBI Financial Priorities 2024 का तीसरा प्रमुख कदम

Cyber security

भारत में डिजिटल लेन-देन और ऑनलाइन वित्तीय गतिविधियों के बढ़ते प्रसार के साथ, साइबर सुरक्षा का महत्व भी बढ़ गया है। RBI की “RBI Financial Priorities 2024” योजना का तीसरा स्तंभ साइबर सुरक्षा को मजबूत बनाना है।

  • रियल-टाइम मॉनिटरिंग और डेटा सुरक्षा: RBI ने साइबर सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए रियल-टाइम मॉनिटरिंग और डेटा संरक्षण कानून को लागू किया है। यह नए डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन एक्ट 2023 के अंतर्गत आता है, जो व्यक्तियों को उनके डेटा पर अधिक नियंत्रण प्रदान करता है।
  • बैंकों और फिनटेक कंपनियों के लिए दिशानिर्देश: RBI ने बैंकों और फिनटेक कंपनियों को कड़े साइबर सुरक्षा मानकों को अपनाने का निर्देश दिया है। साइबर खतरों से बचाव के लिए संस्थानों को आवश्यक कदम उठाने के लिए कहा गया है। अधिक जानकारी के लिए, आप RBI की आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं।

4. Sustainable Finance का समर्थन: RBI Financial Priorities 2024 में पर्यावरण के प्रति जागरूकता

Green Finance

आज के दौर में, आर्थिक विकास के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण भी महत्वपूर्ण है। “RBI Financial Priorities 2024” के अंतर्गत, सतत वित्त (Sustainable Finance) को प्रोत्साहन देना चौथी प्राथमिकता है।

  • ग्रीन बॉन्ड्स और ग्रीन डिपॉजिट्स: RBI ने ग्रीन बॉन्ड्स और ग्रीन डिपॉजिट्स जैसे वित्तीय उपकरणों की शुरुआत की है, जो पर्यावरणीय दृष्टिकोण से अनुकूल निवेश साधन हैं।
  • तकनीकी पहल: RBI तकनीक का उपयोग करके पर्यावरणीय जोखिमों का आकलन कर रहा है और वित्तीय उद्योग को ग्रीन फाइनेंस की ओर बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और बिग डेटा का उपयोग शामिल है, जो पर्यावरणीय डेटा का विश्लेषण करके टिकाऊ विकास को बढ़ावा देने में मदद करेगा।

5. मजबूत वित्तीय अवसंरचना का निर्माण: RBI Financial Priorities 2024 का अंतिम लक्ष्य

“RBI Financial Priorities 2024” के तहत, भारत की वित्तीय अवसंरचना को और अधिक मजबूत बनाने का लक्ष्य है। मजबूत वित्तीय अवसंरचना भारत को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धात्मक बनाएगी और अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारतीय मुद्रा और भुगतान प्रणालियों को मान्यता दिलाएगी।

  • UPI और RuPay का वैश्विक विस्तार: RBI UPI और RuPay जैसी भुगतान प्रणालियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विस्तारित करने के प्रयास कर रहा है। यह भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि होगी, क्योंकि इससे न केवल भारतीय नागरिकों को विदेशों में भुगतान की सुविधा मिलेगी, बल्कि विदेशी निवेशकों को भी भारतीय वित्तीय प्रणाली पर विश्वास बढ़ेगा।
  • इनोवेशन का प्रोत्साहन: RBI ने वित्तीय अवसंरचना को और अधिक उन्नत बनाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) जैसी नवीन तकनीकों के उपयोग को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दिया है।

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निष्कर्ष: RBI Financial Priorities 2024 के आर्थिक प्रभाव

“RBI Financial Priorities 2024” न केवल भारतीय वित्तीय क्षेत्र को नई ऊँचाइयों पर ले जाएगा, बल्कि इसे अधिक सुरक्षित, समावेशी और पर्यावरण के प्रति जागरूक भी बनाएगा। इस योजना के जरिए RBI भारतीय अर्थव्यवस्था को वैश्विक स्तर पर सशक्त करने का प्रयास कर रहा है। इन पहलियों का उद्देश्य सिर्फ आज के वित्तीय माहौल को सुधारना नहीं है, बल्कि आने वाले दशकों में एक मजबूत और संतुलित अर्थव्यवस्था का निर्माण करना भी है।

Disclaimer: यह लेख सामान्य वित्तीय जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है और इसे निवेश, वित्तीय, या कानूनी सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। किसी भी वित्तीय निर्णय को लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य करें। लेख में दी गई जानकारी पूरी तरह से सटीकता की गारंटी नहीं देती है और समय के साथ बदल सकती है। RBI की “RBI Financial Priorities 2024” योजनाओं में हुए संशोधनों के बारे में नवीनतम जानकारी के लिए RBI की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।

RBI Financial Priorities 2024

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